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गणतंत्र दिवस पर निबंध(500 शब्द)

गणतंत्र दिवस पर  निबंध(500 शब्द) 

"भारत माता सबसे प्यारी
सबसे ऊंची तेरी शान
गणतंत्र दिवस पर शीश झुकाकर
हम करते हैं तुझे प्रणाम"
Republic Day
भाषण की सुरुवात उपर की पंक्तिया बोलकर करें:
माननीय मुख्य अतिथि आदरणीय प्राचार्य महोदय सम्मानित 
शिक्षक गण औरमेरे प्यारे मित्रों आज 26 जनवरी है हमारा गणतंत्र
 दिवस यह वह दिन है जब हर भारतीय के मन में देशभक्ति की
 लहर और 
मातृभूमि के प्रति अपार्ट स्नेह व सम्मान जागरूकता है मैं आप
 सभी को हमारे 75 गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं.
हैप्पी रिपब्लिक डे!

गणतंत्र दिवस का इतिहास तथा अनसुने तथ्य :

 रिपब्लिक क्या है पब्लिक क्या है गणतंत्र का अर्थ दोस्तों गणराज्य शब्द लैट्रिन शब्द रेस्ट

 पब्लिक का से बना है जिसका मतलब है लोगों से संबंधित यानी पब्लिक कुछ ऐसाहै जो 

लोगों से जुड़ा है और अगर हम इसके हिंदी रूप को भी समझ तो गढ़ का अर्थ है लोग 

और तंत्र का मतलब है सिस्टम यानी लोगों का सिस्टम रिपब्लिक या गणतंत्र एक ऐसी 

व्यवस्था है जिसमें देश लोगों का होता है सरकार लोगों की होती है और इस सिस्टम को 

बहाल करने का सबसे बड़ा माध्यम है लोकतंत्र यानी डेमोक्रेसी जिसे अब्राहम लिंकन 

ने बड़े सरल शब्दों में समझाया है कि लोकतंत्र जनता का जनता के लिए और जनता 

द्वारा शासन है और हमें इस बात का गर्व है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र 

है पर पब्लिक की जरूरत पड़ी क्यों दोस्तों अपने सुपर 30 का यह डायलॉग जरुर सुना

 होगा अब राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा अब राजा वही बनेगा जो हकदार होगा लेकिन 

पहले ऐसा नहीं था पहले राजा का बेटा ही राजा बनता था चाहे वह काबिल हो या नहीं और

 वास्तव में आज भी कई अरब और अफ़्रीका देश में मोनार्की यानी राजतंत्र हैलेकिन

 500 बी के आसपास रोमांस ने उन पर सैकड़ो सालों से राज कर रहे की दृष्टि राजाओं 

से मुक्ति पाने के बाद एक ऐसी व्यवस्था का निर्माण किया जिसमें जनता अपनी 

प्रतिनिधियों का चुनाव कर सकती थी जो उनकी ओर से शासन करते यानी अब 

कोई अकेला व्यक्ति जैसे की कोई राजा नहीं था जिसके पास अनंत शक्तियां हो 

और आगे चलकर दुनिया भर के कई देशों में यह सिस्टम अपनाया गया जिसमें 

हमारा देश भारत भी शामिल है लेकिन क्या कह देने भर से कोई देश गणतंत्र 

बना सकता है नहीं उसके लिए जरूरत होती है एक संविधान की एक कॉन्स्टिट्यूशन 

की जो बनाया तो चुने हुए प्रतिनिधियों के द्वारा हो पर उनसे भी बड़ा हो जो न्याय का 

आधार हो जो प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से राज्य की सर्वोच्च सत्ता की शक्ति के वितरण

 और प्रयोग को निश्चित करें और इसीलिए आजादी मिलने से पहले ही 9 दिसंबर 1946

 को संविधान सभा की प्रथम बैठक हुई इसके दो वर्ष 11 महीने और18 दिन बाद 26 

नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा भारत का संविधान पारित किया गया इसीलिए

 26 नवंबर को संविधान दिवस या कांस्टीट्यूशन डे के रूप में मनाया जाता है पर 

अभी संविधान पारित हुआ था लागू नहीं और लागू करने के लिए चुनी गई एक 

ऐतिहासिक तारीख 26 जनवरी 1950 साल पहले इसी दिन 26 जनवरी 1930 को 

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था और इस दिन

 लाहौर में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने तिरंगा फहराया था दोस्तों यहां में दुनिया

 का सबसे बड़ा लिखित संविधान बनाने वाले बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर 

और उनकी पूरी टीम को हृदय से नमन करता हूं और धन्यवाद देता हूं साथियों

 26 जनवरी देश का उत्सव है गणतंत्र का उत्सव है यह गांधी जयंती और 

स्वतंत्रता दिवस के अलावा मनाया जाने वाला एकमात्र राष्ट्रीय पर्व है इसे पूरे

 भारतवर्ष में बड़े हर्ष उल्लास की साथ मनाया जाता है26 जनवरी अवसर है

 हमारी स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने का मंगल पांडे लक्ष्मीबाई भगत सिंह

 का तिलक करने का नेताजी सुभाष चंद्र बोस गांधी जी और लाल बाल पाल

 को नमन करने का यह अवसर है देश के लिए हंसते-हंसते अपनी जान 

न्योछावर करने वाले जांबाज सिपाहियों का वंदन करने का 26 जनवरी 

अवसर है फक्र करने का की तमाम विविधताओं की बावजूद हम दुनिया

 के सबसे बड़े गणतंत्र व लोकतंत्र है यह अवसर है सीना तानकर खड़े होने 

का और गर्व से जन गण मन गाने का दोस्तों गणतंत्र दिवस के दिन देश भर 

के विद्यालयों सरकारी कार्यों व सभी राज्यों की राजधानियों में झंडा रोहण 

व राष्ट्रगान का कार्यक्रम बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है विभिन्न

 रंगारंग कार्यक्रमों के माध्यम से हम अपने देश प्रेम को प्रदर्शित करते हैं 

और स्वादिष्ट मिठाइयों से एक दूसरे का मुंह मीठा कराते हैं

भाषण की समाप्ति: 

एक बार फिर मैं देश पर मर मिटने वाले स्वतंत्रता सेनानियों और वीर जवानों को नमन करते हुए 

आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और इन पंक्तियों के साथ 

अपनी वाणी को विराम देता हूं.

"भारत माता का हर क्षण में सम्मान करता हूं
 भारत माता का हर क्षण में सम्मान करता हूं 
अपने देश की मिट्टी का मैं गुणगान करता हूं
 है चाहत मुझ में वतन के लिए मर मिटने की
 तिरंगा हो कफन मेरा बस यही अरमान रखता हूं"

 जय हिंद!

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